ब्रिटिश कोलंबिया। कुछ हद तक तनाव भी आदमी की सेहत के लिए अच्छा हो सकता है। तनाव के छोटे-छोटे दौर से तो शरीर की रोग प्रतिरोधी क्षमता मजबूत हो सकती है। मसलन, आप जब कोई भाषण देते हैं तो उस दौरान होने वाले तनाव का अनुभव।
अब तक वैज्ञानिकों का यही कहना था कि तनाव से शरीर और सेहत पर नकारात्मक प्रभाव पड़ते हैं। ब्रिटिश कोलंबिया विवि के वैज्ञानिकों का कहना है कि कुछ तरह का मनोवैज्ञानिक तनाव शरीर के लिए अच्छा हो सकता है। इन शोधकर्ताओं ने करीब 300 ऐसे वैज्ञानिक शोध पत्रों का अध्ययन किया जिनमें तनाव संबंधित अध्ययन किया गया था। साथ ही इस संदर्भ में 19,000 लोगों को अध्ययन का केंद्र बनाया गया। शोध के मुताबिक, जो तनाव कुछ ही देर के लिए होता है उस दौरान शरीर में 'लड़ो या भागो' की प्रतिक्रिया होती है।
शरीर में रक्षा करने की प्राकृितक क्षमता जागृत हो जाती है जो खरोंच पड़ने या छोटे से जख्म से होने वाले संक्रमणों से शरीर का बचाव करने में सक्षम होती है।
वैज्ञानिकों का कहना है िक लंबे समय तक रहने वाली िंचता और तनाव इसके उलट प्रभाव भी दिखा सकते हैं। उदाहरण के तौर पर, दिमागी कमजोरी के शिकार किसी व्यक्ति की देखभाल करने से आदमी की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो सकती है। यह भी संभव है कि वह संक्रमण का शिकार हो जाए।
1 Comments