न्यूयॉर्क ( रॉयटर्स ): महिलाओं में गर्भ निरोधक गोलियों के इस्तेमाल और मासिक धर्म में गड़बड़ी से हड्डियों पर बुरा असर पड़ता है और वे काफी कमजोर हो जाती हैं। इसके विपरीत यदि महिलाएं अच्छा-खासा व्यायाम करती हैं और नियमित रूप से दूध पीती हैं. तो उनकी हड्डियां मजबूत हो जाती हैं।
न्यूयॉर्क में कोलंबिया विश्वविद्यालय और हेलन हेज अस्पताल के संयुक्त अनुसंधान दल ने अपने अध्ययन में यह जानकारी दी। अध्ययन दल की सदस्य डॉ. जेरी नीव्स ने महिलाओं की जीवन शैली, खानपान और व्यायाम संबंधी आदतों का विश्लेषण किया, जिनकी औसत उम्र 18.4 वर्ष थी।
अध्ययन दल ने उन महिलाओं की खानपान की आदतों का खास तौर पर विश्लेषण किया, जिनमें दूध, दही, पनीर और कैल्शियम वाली सब्जियों के उपभोग पर विशेष नजर रखी गई। इसके अलावा उनके कैफीन, अल्कोहल और तंबाकू के इस्तेमाल उपभोग का भी अध्ययन किया गया।
उन महिलाओं के मासिक धर्म और गर्भ निरोधक गोलियों के इस्तेमाल के बारे में भी आंकड़े इकट्ठा किए गए। विश्लेषण के बाद दल को पता चला कि गर्भ निरोधकों के इस्तेमाल और मासिक धर्म बिगड़ने से हड्डियों पर बुरा असर पड़ता है। ऐसी महिलाएं जो दूध के नाम से ही बिदकती हैं, उनमें भी हड्डियां काफी कमजोर दिखीं।
न्यूयॉर्क में कोलंबिया विश्वविद्यालय और हेलन हेज अस्पताल के संयुक्त अनुसंधान दल ने अपने अध्ययन में यह जानकारी दी। अध्ययन दल की सदस्य डॉ. जेरी नीव्स ने महिलाओं की जीवन शैली, खानपान और व्यायाम संबंधी आदतों का विश्लेषण किया, जिनकी औसत उम्र 18.4 वर्ष थी।
अध्ययन दल ने उन महिलाओं की खानपान की आदतों का खास तौर पर विश्लेषण किया, जिनमें दूध, दही, पनीर और कैल्शियम वाली सब्जियों के उपभोग पर विशेष नजर रखी गई। इसके अलावा उनके कैफीन, अल्कोहल और तंबाकू के इस्तेमाल उपभोग का भी अध्ययन किया गया।
उन महिलाओं के मासिक धर्म और गर्भ निरोधक गोलियों के इस्तेमाल के बारे में भी आंकड़े इकट्ठा किए गए। विश्लेषण के बाद दल को पता चला कि गर्भ निरोधकों के इस्तेमाल और मासिक धर्म बिगड़ने से हड्डियों पर बुरा असर पड़ता है। ऐसी महिलाएं जो दूध के नाम से ही बिदकती हैं, उनमें भी हड्डियां काफी कमजोर दिखीं।
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